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केरल में प्रवासी मलयालियों की वापसी की तैयारी पूरी

 

तिरुवनंतपुरम, 06 मई: केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने आज कहा कि राज्य प्रवासी मलयालियों की विदेशों से वापसी के लिए तैयार है। यूएई से पहली दो उड़ानों के कल केरल पहुंचने की उम्मीद है। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इन प्रवासियों के प्लेन में चढ़ने से पहले कोविड टेस्टिंग की उनकी मांग के बारे प्रधानमंत्री का कोई जवाब नहीं आया है।

मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें नागरिक उड्डयन मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय से परिचालन प्रक्रिया मिली है। कल अबू धाबी और दुबई से दो विमानों के कोच्चि और कोझीकोड हवाई अड्डों पर पहुंचने की उम्मीद है। सभी तैयारियां की जा चुकी हैं। जो लोग यात्रा कर रहे हैं, उन्हें सभी सुरक्षा और सावधानी बरतनी चाहिए, और हवाई अड्डे से अपने घर पहुंचने तक बहुत सतर्क रहना चाहिए।”

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि डीआईजी स्तर के पुलिस अधिकारियों को राज्य के चार अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों और कोच्चि बंदरगाह की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया है, जहां प्रवासी विदेश से लौटेंगे।

इस बीच पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में फंसे मलयाली छात्रों को दिल्ली लाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं, और फिर उन्हें दिल्ली से विशेष नॉन-स्टॉप ट्रेनों द्वारा केरल वापस लाया जाएगा। उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, इन चार राज्यों में केरल के 1,177 छात्र हैं - दिल्ली में 723, पंजाब में 348, हरियाणा में 89 और हिमाचल में 17 छात्र हैं। मुख्यमंत्री ने इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने, और विशेष रूप से दिल्ली के मुख्यमंत्री को केरल की ट्रेनों की व्यवस्था करने के लिए लिखा है। विशेष ट्रेनों की सुविधा मिलते ही, राज्य सरकार दिल्ली में सभी छात्रों को एक स्थान पर लाने की व्यवस्था करेगी। राज्य सरकार इस संबंध में केंद्र सरकार के भी संपर्क में है।

अब तक अन्य राज्यों से 6,802 केरलवासी राज्य वापस पहुंच चुके हैं। 2,03,189 व्यक्ति अब तक कोविड जागृता पोर्टल के माध्यम से पंजीकृत हैं। 69,108 ने पास के लिए आवेदन किया है और 38,862 पास जारी कर दिए गए हैं। जो लोग केरल वापस पहुंचे हैं, उनमें से कुछ कर्नाटक और तमिलनाडु से हैं और कुछ महाराष्ट्र से हैं। मलप्पुरम और पालक्काड जिलों में सबसे अधिक लोग आए हैं।

“अन्य राज्यों और विदेशों से केरल आने के लिए दिशा-निर्देश प्रकाशित किए गए हैं और लोगों से इसका सही तरीके से पालन करने की उम्मीद है। हॉटस्पॉट क्षेत्रों से आने वालों को सरकारी क्वारंटाइन केंद्र में एक सप्ताह बिताना होगा और फिर उनका परीक्षण किया जाएगा। यदि वे नकारात्मक पाए जाते हैं, तो उन्हें सात दिनों के क्वारंटाइन के लिए घर भेज दिया जाएगा। जो पॉजिटिव पाए जाते हैं, उनको इलाज के लिए अस्पतालों में शिफ्ट किया जाएगा। विजयन ने यह भी कहा कि विदेश और अन्य राज्यों से आने वाली गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को उनके घरों में ही रखा जाएगा।

अन्य राज्यों के मलयाली, जो अब केरल में फंसे हैं, जैसे ही उन्हें उन राज्यों से अनुमति मिलती है, उनकी यात्रा के लिए पास जारी किया जाएगा।

 

 

केरल से कोविड-19 की ख़बर

सात लोग ठीक हुए, आज कोई नया मामला नहीं, कुल 30 रोगियों का इलाज चल रहा है

 

तिरुवनंतपुरम, 06 मई: आज केरल में कोविड-19 का कोई नया मामला सामने नहीं आया। वहीं, सात मरीज़ जिनका इलाज चल रहा था, उनके परीक्षण का परिणाम नकारात्मक आया है। कोट्टयम जिले के छह मरीज जिनमें इडुक्की जिले का एक निवासी है और पतनमतिट्टा जिले के एक मरीज़ बीमारी से उबर चुके हैं। राज्य में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक कुल 502 मामले सामने आए हैं, और 30 रोगी अभी भी विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं।

पूरे राज्य में क्वारंटाइन में लोगों की संख्या घटकर 14,670 हो गई है। इनमें से 14,402 अपने घरों पर हैं, और 268 अस्पतालों में अलग-थलग हैं। 58 व्यक्तियों को आज अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

अब तक 34,599 नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया है और 34,063 नमूनों में कोई संक्रमण नहीं मिला है। आज 1,154 परीक्षण किए गए। प्रहरी निगरानी के हिस्से के रूप में, उच्च जोखिम वाली श्रेणी के लोगों से 2,947 नमूनों का परीक्षण किया गया और इनमें से 2,147 नमूनों का परीक्षण नकारात्मक है।

राज्य में कोविड रोगियों वाले छह जिले हैं और कन्नूर में अभी भी सबसे अधिक 18 रोगी हैं। आठ जिले वर्तमान में इस बीमारी से मुक्त हैं।

मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने यह विवरण राज्य में कोरोनावायरस स्थिति पर अपनी दैनिक ब्रीफिंग के दौरान दिया। उन्होंने कहा, "निगरानी के तहत लोगों की संख्या में गिरावट राहत की बात है।"

राज्य में कोई नया स्थान आज हॉटस्पॉट घोषित नहीं किया गया। फ़िलहाल केरल में 89 हॉटस्पॉट हैं।

 

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